12वीं बार सौ से अधिक पदक जीते अमेरिका ने।
चीन करीब आकर भी अमेरिका का वर्चस्व नहीं तोड़ पाया। अमेरिका ने ओलंपिक खेलों में अपनी बादशाह बरकरार रखी है। पेरिस में अमेरिका के रिकॉर्ड 615 खिलाड़ियों ने शिरकत की और कुल 126 पदक जीतकर लगातार चौथी बार तालिका में शीर्ष पर रहा।
वहीं ओलंपिक के 128 साल के इतिहास में अमेरिका 19वीं बार पहले स्थान पर रहा। खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ में अमेरिका के दबदबे का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है वह कभी शीर्ष तीन से बाहर नहीं हुआ। सिर्फ दो बार 1976 मांट्रियल और 1988 सियोल खेलों में वह तीसरे स्थान पर रहा जबकि आठ बार तालिका में दूसरे नंबर पर रहा।
16 साल पहले चीन ने तोड़ा था वर्चस्व : इससे पहले 2008 में चीन ने अपनी मेजबानी में बीजिंग में हुए खेलों में अमेरिका का वर्चस्व तोड़ा था। हालांकि कुल पदकों में अमेरिका आगे ही रहा था पर वह स्वर्ण में चीन से पीछे रह गया था। तब चीन ने (48 स्वर्ण, 22 रजत, 30 कांस्य) पहली और सिर्फ एक बार पदकों का शतक लगाया था।
अमेरिका कुल 112 पदक (36 स्वर्ण, 39 रजत, 37 कांस्य) के साथ दूसरे स्थान पर रहा था। पेरिस में अमेरिका की महिला बास्केटबॉल टीम ने अंतिम शीर्ष पर पहुंचायाः पेरिस में अमेरिका स्वर्ण जीतकर उसे शीर्ष पर पहुंचाया। चीन कुल 91 पदक (40 स्वर्ण, 27 रजत, 24 कांस्य) के साथ दूसरे स्थान पर रहा।